पश्चिम बंगाल के गवर्नर C V Ananda Bose के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कोलकाता पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, पुलिस ने राजभवन से CCTV फुटेज की मांग की है.
बीते 3 मई 2024 को बंगाल के गवर्नर पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, महिला गर्वनर ऑफिस में अनुबंध पर कार्यरत है जिसने हेयर स्ट्रेट पुलिस स्टेशन में अपने ऊपर हुई छेड़छाड़ की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी.
इस शिकायत की पड़ताल करते हुए कोलकाता पुलिस ने राजभवन से सीसीटीवी फुटेज की मांग की है कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 4 मई 2024 को कहा के : राज्यपाल C V Anand Bose द्वारा एक महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच की जा रही है जिसके लिए गठित कोलकाता पुलिस जांच टीम अगले कुछ दिनों में गवाहों से बातचीत करेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि राजभवन से सीसीटीवी फुटेज साझा करने का अनुरोध जांचकर्ता पहले ही कर चुकी है हमने एक जांच दल का गठन कर लिया है जो इस मामले में अगले कुछ दिनों में कुछ संभावित गवाहों से बात करेगा हमने राजभवन से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त होने पर उसे साझा करने का भी अनुरोध किया है.
संविधान कहता है कि अनुच्छेद 361 के तहत किसी राज्यपाल के खिलाफ उसके कार्यकाल के दौरान कोई अपराधी कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती है.
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने इस घटना को बेहद परेशान करने वाला करार दिया और यह दावा किया कि यह वही राज्यपाल है जिन्होंने संदेश खाली पहुंचने में बहुत तत्परता दिखाई थी अब उन पर राजभवन में एक महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ का आरोप लगा है.
छेड़छाड़ के आरोप पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल C V Anand Bose ने क्या प्रतिक्रिया दी : राज्यपाल C V Bose ने इन आरोप को मजाक में उड़ाते हुए कहा कि एक दिन उन्हें 1943 के महान बंगाल अकाल के साथ-साथ 1946 के कोलकाता हत्याओं के लिए भी दोषी ठहराया जाएगा. उन्होंने यह कहा कि यह राज्य में काम कर रही राजनीतिक ताकतों की प्रकृति है.
#WATCH | On alleged molestation case against West Bengal Governor CV Ananda Bose, CM Mamata Banerjee says, “She works at the Raj Bhavan. How did the Governor treat her?…Not one, but thousands of such incidents have come to my knowledge but I never said anything. But this is a… pic.twitter.com/0RhnYGZONN
— ANI (@ANI) May 3, 2024
राज भवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल बस एक निर्धारित कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को कोच्चि गए राज्यपाल ने शुक्रवार को दो बयान जारी किया पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य भवन को गोपनीय रिपोर्ट मिली कि राजनीतिक टंडन ने गलत इरादे से एक और व्यक्ति को राजभवन में बैठा दिया है संबंधित एजेंटीयों द्वारा मामले का सत्यापन किया जा रहा है यह सिर्फ चुनावी हथकंडे है इससे ज्यादा कुछ नहीं कुछ काम नहीं.
दूसरे बयान में उन्होंने कहा कि मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं मुझे इस बारे में जानकारी दे दी गई है कि मैं बंगाल में कुछ राजनीतिक दलों से क्या उम्मीद कर सकता हूं मैंने कई तूफानों का सामना किया है जो राजनीतिक तक मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं मैं उनसे कहता हूं कि यह तूफान नहीं है यह सिर्फ चाय के कप में आया तूफान है तुम्हें आश्चर्य नहीं होगा यदि तुम्हें एहसास हो कि मैं तूफान हूं काम से कम अब राजनेताओं को यह एहसास हो जाना चाहिए कि मैं तूफान का कप्तान बनना चाहूंगा सारे हथियार बाहर लाओ और मेरे विरुद्ध उनका प्रयोग करो मैं लड़ने को तैयार हूं भागने को नहीं मैं गरिमा और सम्मान के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा.
मीडिया के साथ उनके द्वारा साझा किए गए एक ऑडियो और एक टेक्स संदेश में राज्यपाल आनंद बोस ने राजभवन स्टाफ के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सभी उदार आरोपो और लगातार आक्षेपों का स्वागत करता हूं राजनीतिक ताकत में अपने दोस्तों को समझता हूं कि अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है लेकिन एक बात स्पष्ट है कोई भी बेतुका नाटक मुझे भ्रष्टाचार को उजागर करने और हिंसा पर अंकुश लगाने में मेरे दृढ़ प्रयासों से नहीं रोक पायेगा असफल दोष पर चरित्र हनन अंतिम उपाय है.
उन्होंने इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए यह भी कहा कि अब मुझे जानकारी मिली है कि राजभवन में बाबा एक और साजिश रची गई है हमें जानकारी है कि जिन पात्रों को चुना गया है सावधान रहें.