उत्तराखंड के जंगलो में फैली आग बुझने का नाम नहीं ले रही है जिसमे जिला प्रशासन और अग्निसमन विभाग की टीम असमर्थ रही तो पौड़ी जिले के जिलाधिकारी ने आग पर काबू पाने के लिए भारतीय वायु सेना की मदद मांगी, जिसके बाद वायु सेना ने तत्परता दिखाते हुए विमान पौड़ी रवाना कर दिए.
उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण आग हमने का नाम नहीं ले रही है कुमाऊं मंडल गढ़वाल मंडल यहां के कई जगह आपकी लैपटॉप में गिरी हुई नजर आ रही है अगर एक जगह आप पर के काबू पाया जाता है तो मालूम होता है कि दूसरे जगह आग लग गई है जिला प्रशासन की ओर से आपको बुझाने की हर संभव प्रयास की गई लेकिन वह असमर्थ रहे तब जाकर ऑडी जिला के जिलाधिकारी ने जंगल में लगे आग पर काबू पाने के लिए भारतीय वायु सेवा की सहायता एक पत्र लिखकर की इसके बाद भारतीय वायु सेवा ने तत्परता दिखाते हुए अपने विमान को पौड़ी के लिए रवाना किया.
#WATCH | The Indian Air Force has now taken charge of extinguishing the fire in the forests of the Garhwal division. The Indian Air Force aircraft has reached the GVK helipad in Srinagar.
Uttarakhand Chief Secretary Radha Raturi said that the help of the Air Force will be taken… pic.twitter.com/eQ5Ld56Vqx
— ANI (@ANI) May 6, 2024
बताते चलें कि सबसे भीषण आग चीड़ के पेड़ में लगी हुई है मौसम इतनी गरम होने के कारण आग लगातार फैलती जा रही है. उत्तराखंड के वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाएं कुमाऊँ मंडल में सामने आ रही है वैसे ही गढ़वाल मंडल के जंगलों में भी आग लगने की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी आती दिखाई दे रही है.
कई लोगों को जंगल में आग लगाने के आरोप में किया जा चुका है : उत्तराखंड के जंगलों में आग लगाने के आरोप में करीब तीन लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है जो के चमोली जिला पुलिस के गैरसैन क्षेत्र में आते हैं वहां यह लोग सोशल मीडिया पर पब्लिसिटी पाने के लिए आग लगाते हुए वीडियो अपलोड कर रहे थे यह लोग बिहार के रहने वाले हैं तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है उनकी गिरफ्तारी शनिवार शाम को की गई जिनकी पहचान बृजेश कुमार, सलमान और सुखलाल के रूप में हुई है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्या आदेश जारी किए : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से फोन पर बात किया और यह निर्देश दिए के सभी जिला अधिकारियों को एक हफ्ते तक रोजाना अपने क्षेत्र में जंगलों की आग पर नजर रखने की आवश्यकता है राज्य के मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा के जंगल में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है एक दिन पहले मुख्यमंत्री जी ने बैठक की थी वन विभाग ने हर जिले की जिम्मेदारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है वहीं गढ़वाल और पौड़ी के लोगों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए पौड़ी के जिलाधिकारी ने भारतीय वायु सेना से मदद की अपील की और भारतीय वायु सेना ने तत्परता दिखाते हुए अपने हेलीकॉप्टर को पौड़ी के लिए रवाना कर दिया जो कि श्रीनगर से पानी ले जाकर आग पर छिड़काव कर रहे हैं.
#WATCH | Uttarakhand Chief Secretary Radha Raturi holds a high-level review meeting regarding forest fire incidents in the state at the State Secretariat in Dehradun.
DGP Abhinav Kumar is also present in this meeting. pic.twitter.com/U3nwtE7Cnf
— ANI (@ANI) May 6, 2024
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटे में राज्य के जंगलों में आग लगने की 24 घटनाएं सामने आई है जिसमें करीब 23.75 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुए हैं.
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से एक हफ्ते के लिए सभी प्रकार के चारे को जलाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने के आदेश देने को भी कहा है वहीं शहरी निकायों को यह आदेश दिया गया है कि वह जंगलों में या उसके आसपास अपने ठोस कचरे को जलाने पर पूर्णत प्रतिबंध लगाये.
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्य में हो रही जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर सभी आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें अधिकारियों से कहा गया कि वह आपस में समन्वय स्थापित कर एक ऐसा तंत्र बनाएं जिससे जंगल की आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके. उन्होंने उत्तराखंड वासियों से सहयोग की अपील करते हुए यह कहा कि “वन संपदा हमारी विरासत है जिसे हमें हर कीमत पर सुरक्षित रखना है”.
#WATCH | Uttarakhand Forest fire | State’s Chief Secretary Radha Raturi says, “Incidents of forest fire have increased. CM held a meeting the day before. For compliance of those directions, Forest Department has been intimated. Forest Department has given responsibility of each… pic.twitter.com/IbkEKWT5mK
— ANI (@ANI) May 6, 2024
पिछले साल 1 नवंबर से अब तक उत्तराखंड राज्य के जंगलों में आग लगने की लगभग 910 घटनाएं सामने आ चुकी है जिसमें करीब 1145 हेक्टेयर जंगली क्षेत्र प्रभावित हुए हैं.
कई लोगों की जा चुकी है जान : वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एक 65 वर्षीय महिला की रविवार को एम्स ऋषिकेश में मौत हो गई उनकी मौत खेत में लगे जंगल के आग को बुझाने के क्रम में जलने से हुई.